
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड हाल ही में एक बार फिर सुर्खियों में है। रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर की इस जानी-मानी कंपनी के शेयर बीते शुक्रवार को 56.75 रुपये पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के दौरान यह 57.03 रुपये तक पहुंच गया था। यह तेजी निवेशकों के बीच बढ़ती उम्मीदों और बाजार में कंपनी की मजबूती को दर्शाती है। वहीं, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा दिए गए 71 रुपये के टारगेट प्राइस ने निवेशकों का भरोसा और बढ़ा दिया है।
ऑर्डर बुक में बढ़ोतरी ने दिखाई स्थिरता
एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए Suzlon Energy Limited ने बताया कि उसकी ऑर्डर बुक में मामूली बदलाव हुए हैं। कंपनी के अनुसार, 28 जनवरी, 2025 को अंतिम रिपोर्ट की गई ऑर्डर बुक 5,523 मेगावाट थी। इसके बाद कुछ ऑर्डर के इनटेक, कैंसिलेशन और ट्रंकेशन के चलते अब कंपनी की ऑर्डर बुक 5,622 मेगावाट हो गई है। यह संख्या Q4 FY25 के दौरान हुए डिस्पैच को भी शामिल करती है, जिसका पूरा विवरण 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के नतीजों के साथ साझा किया जाएगा।
इस ऑर्डर बुक में इजाफा दर्शाता है कि कंपनी को रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में लगातार नए अवसर मिल रहे हैं और बाजार में उसकी उपस्थिति मजबूत बनी हुई है।
स्टॉक की चाल: बीते समय का प्रदर्शन और मौजूदा स्थिति
स्टॉक मार्केट में Suzlon के शेयर बीते शुक्रवार को 0.75% गिरकर 56.60 रुपये पर बंद हुए। इस गिरावट के बावजूद, यदि दीर्घकालिक निवेश की बात की जाए तो कंपनी ने बीते पांच वर्षों में 3300% तक का रिटर्न दिया है। वर्ष 2020 में 2 रुपये के आसपास ट्रेड करने वाला यह शेयर अब 50 रुपये से ऊपर स्थिर है, जो इसकी दीर्घकालिक ग्रोथ की गवाही देता है।
हालांकि, 2025 में अब तक इसके शेयर में 15% की गिरावट आ चुकी है और पिछले छह महीनों में यह 30% तक टूटा है। इसके बावजूद, बीते एक साल में इसमें लगभग 40% की तेजी आई है, जो बताता है कि बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी निवेशकों को आकर्षित करती रही है।
तकनीकी स्तर पर देखा जाए तो शेयर फिलहाल 5-दिवसीय, 10-, 100-, 150- और 200-दिवसीय SMA से नीचे है, लेकिन यह 20-, 30- और 50-दिवसीय SMA से ऊपर ट्रेड कर रहा है। यह स्थिति बताती है कि शॉर्ट टर्म में शेयर के मजबूत होने की संभावना बनी हुई है।