ब्रेकिंग न्यूज

घर बनाना अब पड़ेगा और महंगा! Loha-Saria के बाद अब Cement के रेट बढ़ने की तैयारी – खर्च बढ़ने वाला है

घर बनाना चाहते हैं तो सावधान! इंदौर में सरिया 4000 रुपये प्रति टन महंगा हुआ, अब अप्रैल से सीमेंट के दाम 40 रुपये प्रति बोरी तक बढ़ेंगे। जानिए, अमेरिका-भारत की कौन सी पॉलिसी आपकी जेब पर भारी पड़ने वाली है और क्या घर का सपना सच होना अब मुश्किल हो जाएगा?

By Saloni uniyal
Published on
घर बनाना अब पड़ेगा और महंगा! Loha-Saria के बाद अब Cement के रेट बढ़ने की तैयारी – खर्च बढ़ने वाला है
घर बनाना अब पड़ेगा और महंगा! Loha-Saria के बाद अब Cement के रेट बढ़ने की तैयारी – खर्च बढ़ने वाला है

इंदौर शहर में घर बनाने वालों के लिए हालात लगातार मुश्किल होते जा रहे हैं। निर्माण सामग्री, खास तौर से सरिया और सीमेंट की कीमतों में बड़ी वृद्धि होने जा रही है। हाल ही में सरिये की कीमत में प्रति टन 4,000 रुपये तक की वृद्धि देखी गई है, जिसके कारण निर्माण लागत अचानक तेजी से बढ़ गई है। इसके साथ ही अब एक अप्रैल से सीमेंट कंपनियों ने भी प्रति बोरी दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। ऐसे में इंदौर के लोगों का घर बनाने का सपना महंगा साबित होने वाला है।

लोहे के दामों में भारी उछाल

मार्च महीने की शुरुआत से ही लोहे और सरिया के दाम में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। वर्तमान में इंदौर में सरिया 51,000 से 53,000 रुपये प्रति टन बिक रहा है। इस कीमत में अभी जीएसटी अलग से लागू है। लोहे की कीमतों में आई तेजी के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार जिम्मेदार माना जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वार और भारत सरकार द्वारा आयात पर 12 प्रतिशत सेफगार्ड ड्यूटी (Safeguard Duty) लगाने के प्रस्ताव के बाद कीमतों में तेजी से उछाल आया है।

अप्रैल से महंगा होगा सीमेंट

सीमेंट कंपनियां भी अब दाम बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एक अप्रैल से इंदौर के बाजार में सीमेंट की कीमत प्रति बोरी 30 से 40 रुपये तक महंगी हो सकती है। फिलहाल शहर में ब्रांडेड सीमेंट की कीमत 333 से 340 रुपये प्रति बोरी है। नए दाम लागू होते ही यह कीमत बढ़कर 360 से 370 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच जाएगी। इस कारण लोग मार्च के अंतिम सप्ताह में ही सीमेंट की ज्यादा खरीद करने लगे हैं।

निर्माण की लागत पर पड़ेगा सीधा असर

निर्माण कारोबार से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, घर बनाने की कुल लागत में सरिया और सीमेंट की हिस्सेदारी 26 से लेकर 30 प्रतिशत तक होती है। ऐसे में इन दोनों सामग्रियों के दामों में वृद्धि होने से निर्माण लागत सीधे तौर पर बढ़ेगी। नतीजतन, बजट में अतिरिक्त बोझ आएगा, जिससे आम व्यक्ति को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यह बढ़ोतरी शहर में कई निर्माण कार्यों की गति पर भी असर डाल सकती है।

खरीददारों की बढ़ी चिंता

इंदौर में लोहे और सीमेंट की कीमतों में अचानक वृद्धि के चलते निर्माण सामग्री के बाजार में ग्राहक सतर्क हो गए हैं। सरिया व्यापारी यूसुफ लोखंडवाला का कहना है कि कीमतों में वृद्धि के कारण ग्राहक बाजार से दूरी बनाने लगे हैं। वहीं, शहर के प्रमुख सीमेंट कारोबारी हेमंत गट्टानी के अनुसार, आने वाली बढ़ोतरी के कारण लोग अभी से अतिरिक्त खरीदारी कर रहे हैं, ताकि कीमत बढ़ने से पहले बचत की जा सके।

अमेरिका-भारत की नीतियां कीमतों में वृद्धि का कारण

सरिये की कीमतों में वृद्धि की एक बड़ी वजह अमेरिका और भारत की व्यापार नीतियां भी हैं। अमेरिका द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वार से ग्लोबल मार्केट में लोहे के दाम बढ़े हैं। वहीं, भारत सरकार ने भी आयात पर 12 प्रतिशत सेफगार्ड ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव दिया है। इससे घरेलू बाजार में लोहे की कीमतें अचानक बढ़ गई हैं। दूसरी ओर, सीमेंट कंपनियां अपनी कारोबारी रणनीति के तहत कीमतों में वृद्धि कर रही हैं।

आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद कम

इंदौर के कंस्ट्रक्शन कारोबारी अजय चौरड़िया का कहना है कि फिलहाल निर्माण सामग्री के दामों में राहत की कोई संभावना नहीं दिख रही है। घरेलू स्तर पर कीमतों में गिरावट तभी संभव होगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में स्थिरता आएगी। तब तक घर बनाने वालों को अतिरिक्त खर्च के लिए तैयार रहना होगा।

Leave a Comment