
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों को अब अपने बजट पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, क्योंकि गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए सर्किल रेट में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव जारी किया है। इस बढ़ोतरी के चलते फ्लैटों की रजिस्ट्री फीस में 20 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। यह प्रस्ताव अभी सार्वजनिक परामर्श के लिए जारी किया गया है और नागरिक 5 अप्रैल तक इस पर आपत्तियाँ या सुझाव दर्ज करा सकते हैं।
मेट्रो के पास फ्लैट खरीदना होगा और महंगा
इस बार के ड्राफ्ट में एक महत्वपूर्ण और नया प्रावधान जोड़ा गया है, जो खास तौर पर मेट्रो स्टेशन के आसपास घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों को प्रभावित करेगा। जिन ग्रुप हाउसिंग सोसायटीज़ की लोकेशन मेट्रो लाइन से 500 मीटर के दायरे में है, वहां अतिरिक्त ‘लोकेशन चार्ज’ के तहत 5 से 12.5 प्रतिशत तक की सर्किल रेट में बढ़ोतरी प्रस्तावित है। इसका सीधा असर उन खरीदारों पर पड़ेगा जो लोकेशन के लिहाज से मेट्रो के करीब रहना पसंद करते हैं, क्योंकि अब वहां रजिस्ट्री शुल्क और स्टांप ड्यूटी दोनों अधिक देनी होगी।
सभी प्रकार की जमीनों पर प्रभाव
इस सर्किल रेट ड्राफ्ट का प्रभाव सिर्फ रेजिडेंशियल फ्लैट्स तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि विभिन्न प्रकार की जमीनों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक और संस्थागत भूखंडों पर भी सर्किल रेट में वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया है।
प्रशासन द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, आवासीय भूखंडों पर 10 प्रतिशत, औद्योगिक भूखंडों पर 10 प्रतिशत, आईटी और आईटीईएस भूखंडों पर भी 10 प्रतिशत और व्यावसायिक भूखंडों पर समान रूप से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि प्रस्तावित है। वहीं, संस्थागत भूखंडों के लिए 15 प्रतिशत तक की दर से बढ़ोतरी की बात कही गई है।
जेवर तहसील में सर्किल रेट में अलग से बढ़ोतरी
जेवर तहसील में स्थित व्यावसायिक भूखंडों और परिसंपत्तियों के लिए 18 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि प्रस्तावित की गई है। यह वृद्धि क्षेत्रीय विकास, खासकर जेवर एयरपोर्ट परियोजना के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। प्रशासन का मानना है कि इस बढ़ोतरी से निवेश को बढ़ावा मिलेगा और अधिग्रहण की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
कृषि भूमि पर 70% तक की संभावित बढ़ोतरी
सबसे बड़ा परिवर्तन कृषि भूमि के संदर्भ में सामने आया है। जेवर क्षेत्र में 2015 के बाद से अब तक कृषि भूमि के सर्किल रेट में कोई संशोधन नहीं किया गया था। अब, प्रशासन ने इसमें 70 प्रतिशत तक की ऐतिहासिक वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। यह कदम खास तौर पर जेवर एयरपोर्ट और उससे संबंधित विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि किसानों को मुआवज़े के तौर पर उपयुक्त राशि मिल सके।
नागरिकों से सुझाव आमंत्रित, 5 अप्रैल तक का समय
जिला प्रशासन ने यह ड्राफ्ट सार्वजनिक डोमेन में जारी किया है ताकि नागरिक, रियल एस्टेट डेवलपर्स, निवेशक और अन्य हितधारक इस पर अपने सुझाव और आपत्तियाँ दर्ज करा सकें। 5 अप्रैल 2025 तक कोई भी व्यक्ति इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया दे सकता है। इसके बाद सभी सुझावों और आपत्तियों की समीक्षा कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और नए सर्किल रेट लागू किए जाएंगे।
रियल एस्टेट सेक्टर पर संभावित असर
इस प्रस्ताव के लागू होने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे रियल एस्टेट हब में फ्लैट खरीदना न केवल महंगा होगा, बल्कि रजिस्ट्री की लागत भी खरीददारों की वित्तीय योजना को प्रभावित करेगी। खासतौर पर वे लोग जो Home Loan के जरिए घर खरीदने की सोच रहे हैं, उन्हें अब डाउन पेमेंट के अलावा स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन चार्ज और लोकेशन चार्ज को भी ध्यान में रखना होगा। इससे EMI के साथ-साथ upfront cost में भी इज़ाफा हो सकता है।
निवेशकों और खरीदारों के लिए चेतावनी का समय
नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे उभरते हुए शहरी क्षेत्रों में यह सर्किल रेट वृद्धि का प्रस्ताव निश्चित रूप से रियल एस्टेट की दिशा को प्रभावित करेगा। निवेशकों को अब अपनी रणनीति दोबारा तय करनी होगी। खरीददारों को यह समझना होगा कि प्रॉपर्टी की मूल कीमत के अलावा रजिस्ट्री और सरकारी शुल्कों का भी बड़ा हिस्सा उनकी कुल लागत में शामिल होता है।