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₹10 का सिक्का असली है या नकली? 10 लाइन और 15 लाइन के झमेले पर RBI ने तोड़ी चुप्पी!

₹10 के सिक्के को लेकर जारी है देशभर में भ्रम, लेकिन RBI ने तोड़ी चुप्पी! जानिए 14 डिज़ाइनों की पूरी सच्चाई, कौन सा सिक्का है असली और क्यों इसे न लेना हो सकता है गैरकानूनी पढ़ें पूरी रिपोर्ट!

By Saloni uniyal
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₹10 का सिक्का असली है या नकली? 10 लाइन और 15 लाइन के झमेले पर RBI ने तोड़ी चुप्पी!
₹10 का सिक्का असली है या नकली? 10 लाइन और 15 लाइन के झमेले पर RBI ने तोड़ी चुप्पी!

₹10 के सिक्के को लेकर आम लोगों में लंबे समय से भ्रम की स्थिति बनी हुई है। बाज़ार में लेनदेन के दौरान कई बार दुकानदार या व्यापारी 10 रुपए के सिक्के को लेने से मना कर देते हैं। इस असमंजस की एक प्रमुख वजह यह है कि ₹10 के सिक्के अलग-अलग डिज़ाइन और आकृति में बाजार में उपलब्ध हैं। खासकर 10 लाइन और 15 लाइन वाले सिक्कों को लेकर सबसे ज़्यादा कंफ्यूजन है। बहुत से लोग मानते हैं कि केवल 10 लाइन वाला सिक्का ही असली है और बाकी नकली हैं। इस भ्रम को दूर करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने खुद आगे आकर स्थिति स्पष्ट की है।

सभी डिज़ाइन वाले ₹10 Coin लीगल टेंडर हैं

RBI के अनुसार, भारत सरकार के अधिकृत टकसालों (Mints) में जो ₹10 के सिक्के ढाले जाते हैं और जिनकी आधिकारिक रूप से RBI द्वारा आपूर्ति की जाती है, वे सभी वैध मुद्रा (Legal Tender) हैं। चाहे सिक्के की डिज़ाइन, आकृति, रेखाएं या प्रतीक अलग-अलग क्यों न हों, सभी ₹10 Coin को लेनदेन में स्वीकार करना अनिवार्य है। RBI ने कहा है कि ये सभी सिक्के कानून के तहत वैध हैं और किसी भी लेन-देन में उन्हें ठुकराया नहीं जा सकता।

14 डिज़ाइनों में जारी हुए हैं ₹10 के सिक्के

RBI द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, अब तक ₹10 के 14 अलग-अलग डिज़ाइन बाज़ार में जारी किए जा चुके हैं। ये सिक्के समय-समय पर विशेष अवसरों, सामाजिक-सांस्कृतिक पहलुओं या आर्थिक उपलब्धियों के आधार पर बनाए गए हैं। इनमें कुछ सिक्कों पर ₹ का चिन्ह है, कुछ पर 10 लाइनें तो कुछ पर 15 लाइनें बनी हुई हैं। हर बार नई डिज़ाइन आने पर आम लोगों में संदेह की स्थिति बन जाती है, लेकिन RBI का कहना है कि सभी डिज़ाइन एक समान मान्य हैं और सभी को स्वीकार करना ज़रूरी है।

क्यों उठता है 10 रुपए के सिक्के पर सवाल?

लोगों में 10 रुपए के सिक्के को लेकर विश्वास की कमी का एक बड़ा कारण है इन सिक्कों की विविधता। एक ही मूल्य वर्ग के सिक्कों में इतनी अलग-अलग डिज़ाइनों के कारण लोगों को लगता है कि कुछ सिक्के नकली हो सकते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि जिन सिक्कों पर ₹ का चिन्ह है, वे ही असली हैं। वहीं कुछ लोग 10 लाइन वाले सिक्के को ही असली मानते हैं और 15 लाइन वाला सिक्का देख कर उसे नकली समझ लेते हैं। यह भ्रम सोशल मीडिया पर भी फैलता रहा है, जिससे लोग और ज़्यादा भ्रमित हुए हैं।

RBI ने पहले भी जारी किए हैं स्पष्टीकरण

RBI ने समय-समय पर इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दिया है। RBI ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ₹10 के सभी 14 डिज़ाइनों की जानकारी दी है। इसके अलावा एक टोल-फ्री नंबर भी जारी किया गया है, जिससे आम जनता इस विषय में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकती है। केंद्रीय बैंक ने दोहराया है कि यदि कोई व्यक्ति या व्यापारी ₹10 के सिक्के को लेने से मना करता है, तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

कैसे परखें ₹10 के सिक्के की असलियत?

यदि किसी को किसी भी ₹10 Coin को लेकर संदेह है, तो RBI द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 14440 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस नंबर पर कॉल करने के बाद तुरंत ही उसी नंबर से कॉल बैक आता है, जिसमें एक IVRS सिस्टम के ज़रिए 10 रुपए के सिक्कों से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी साझा की जाती है। इस सुविधा के माध्यम से आम नागरिकों की शंका दूर होती है और वे सही जानकारी प्राप्त कर पाते हैं।

दुकानदार द्वारा सिक्का न लेने पर क्या करें?

यदि कोई दुकानदार या व्यापारी ₹10 का सिक्का लेने से इनकार करता है, तो यह एक गैरकानूनी कार्य है। RBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी को यह सिक्का स्वीकार करना आवश्यक है। ऐसे में आप स्थानीय पुलिस अथवा उपभोक्ता मंच पर शिकायत कर सकते हैं। इससे न केवल आपकी शिकायत दर्ज होगी, बल्कि अन्य लोगों को भी जागरूकता मिलेगी।

डिजिटल युग में सिक्कों को लेकर जागरूकता है ज़रूरी

आज जब देश डिजिटल पेमेंट, UPI और Renewable Energy जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है, तब भी ₹10 के सिक्के को लेकर ऐसी भ्रांतियां होना हैरानी की बात है। RBI और सरकार की कोशिश है कि लोगों को सही जानकारी मिले ताकि किसी भी वैध मुद्रा को ठुकराया न जाए। सभी नागरिकों को चाहिए कि वे RBI की आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और अफवाहों से बचें।

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