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SBI में 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट! 90% लोगों को नहीं पता ये फायदे – जानिए कौन सा अकाउंट है आपके लिए बेस्ट

Zero Balance से लेकर बच्चों और एक्सीडेंट क्लेम तक, SBI देता है सेविंग्स अकाउंट की ऐसी रेंज जिसकी जानकारी अब तक छुपी थी। जानिए कौन-सा अकाउंट आपके लिए है परफेक्ट छठा नंबर तो घर बैठे खुल जाता है! पूरी डिटेल पढ़े बिना मत जाइए।

By Saloni uniyal
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SBI में 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट! 90% लोगों को नहीं पता ये फायदे – जानिए कौन सा अकाउंट है आपके लिए बेस्ट
SBI में 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट! 90% लोगों को नहीं पता ये फायदे – जानिए कौन सा अकाउंट है आपके लिए बेस्ट

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI में ज्यादातर लोगों को सिर्फ एक ही तरह के सेविंग्स अकाउंट के बारे में जानकारी होती है, और वह है रेगुलर सेविंग्स खाता। लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि SBI कुल 8 तरह के Savings Account खोलने की सुविधा देता है। हर खाते की अपनी अलग विशेषताएं, लाभ और उद्देश्य होते हैं। आज हम आपको बताएंगे SBI के उन 8 सेविंग्स खातों के बारे में, जिनकी जानकारी शायद अभी भी आधे भारत को नहीं है।

बेसिक सेविंग बैंक जमा खाता: Zero Balance के साथ आसान शुरुआत

Basic Saving Bank Deposit Account (BSBDA) एक ऐसा अकाउंट है जिसे कोई भी भारतीय नागरिक केवल वैध KYC डॉक्यूमेंट्स के साथ खोल सकता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें किसी भी तरह का मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती। यानी यह एक Zero Balance Account है। इस खाते पर कोई अधिकतम राशि की सीमा नहीं होती, जिससे यह गरीब और कम आय वर्ग के लोगों के लिए आदर्श बन जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज के निम्न वर्ग को बैंकिंग से जोड़ना और उन्हें बिना किसी चार्ज या फीस के बचत की आदत डालना है।

बेसिक सेविंग बैंक जमा लघु खाता: KYC डॉक्यूमेंट्स न हो तो भी संभव

अगर आपके पास पूरी तरह से वैध KYC डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं, तब भी आप SBI में Basic Small Saving Account खोल सकते हैं। यह खाता 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के लिए उपलब्ध है। इस खाते में भी मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती, लेकिन इसमें जमा की जा सकने वाली अधिकतम राशि ₹50,000 तक सीमित होती है। हालांकि, कम KYC जानकारी के कारण इसके ऑपरेशन पर कुछ प्रतिबंध होते हैं, लेकिन बाद में KYC डॉक्यूमेंट्स जमा करके इसे सामान्य सेविंग्स खाते में बदला जा सकता है।

बचत बैंक खाता: Regular Account के साथ तमाम सुविधाएं

Saving Bank Account, जिसे रेगुलर सेविंग्स अकाउंट कहा जाता है, SBI का सबसे सामान्य और सबसे ज्यादा खोला जाने वाला खाता है। इसमें ग्राहकों को नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, SMS अलर्ट, लॉकर सुविधा, और 25 पेज की चेकबुक जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं। यह खाता उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जो नियमित बैंकिंग लेन-देन करते हैं और डिजिटल बैंकिंग का लाभ उठाना चाहते हैं।

अवयस्कों के लिए बचत खाता: बचपन से बैंकिंग की शुरुआत

SBI बच्चों के लिए भी खास सेविंग्स अकाउंट्स की सुविधा देता है। इनमें दो मुख्य खाते हैं – पहला कदम (First Step) और पहली उड़ान (First Flight)। ‘पहला कदम’ खाता माता-पिता या गार्जियन के साथ जॉइंट रूप में खोला जाता है, जबकि ‘पहली उड़ान’ खाता उन बच्चों के लिए होता है जो 10 वर्ष या उससे अधिक उम्र के होते हैं और इसे वे अपने नाम से खुद खोल सकते हैं। ये खाते बच्चों को बचपन से ही फाइनेंशियल लिटरेसी की तरफ प्रोत्साहित करते हैं।

सेविंग्स प्लस खाता: FD जैसा ब्याज, सेविंग्स का फायदा

Savings Plus Account एक MOD (Multi Option Deposit) लिंक्ड सेविंग्स अकाउंट होता है, जिसमें Sweep-In Facility मिलती है। यानी यदि इस खाते में तय सीमा से ज्यादा राशि जमा हो जाती है, तो वह ऑटोमैटिकली एक FD में बदल जाती है, और उस राशि पर FD जैसा ब्याज मिलता है। इससे ग्राहक को दोनों दुनिया का फायदा मिलता है – सेविंग्स अकाउंट की सुविधा और FD की ब्याज दरें।

SBI वीडियो KYC सेविंग्स खाता: घर बैठे खाता खोलें

अब बैंक जाकर लाइन में लगने की जरूरत नहीं। SBI Video KYC Savings Account की मदद से ग्राहक केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड के जरिए घर बैठे ही खाता खोल सकते हैं। यह सुविधा SBI की YONO App और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए उपलब्ध है। वीडियो कॉल के माध्यम से KYC पूरी की जाती है और खाता तुरंत एक्टिवेट हो जाता है।

एमएसीटी दावा बचत बैंक खाता: दुर्घटना पीड़ितों के लिए खास

यह एक विशेष सेविंग्स अकाउंट है जिसे MACT (Motor Accident Claims Tribunal) के तहत खोला जाता है। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को मुआवजा राशि का सुरक्षित भुगतान करना है। इसमें केवल Single Account खोला जा सकता है और इसमें ग्राहक को पासबुक, चेकबुक, इंटरनेट बैंकिंग और एटीएम की सुविधा मिलती है। यह खाता पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए आर्थिक सहारा साबित होता है।

निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाता: भारतीयों के लिए विदेशी मुद्रा में सुविधा

Resident Foreign Currency (Domestic) Account – RFC(D) खासतौर पर उन भारतीय निवासियों के लिए है जो विदेश से लौटे हैं और अपनी विदेशी मुद्रा को भारत में सुरक्षित रखना चाहते हैं। यह एक करंट अकाउंट होता है जिस पर ब्याज नहीं मिलता। इसमें ATM, चेकबुक जैसी सुविधाएं भी नहीं होतीं। हालांकि, यह विदेशी मुद्रा में लेन-देन के लिए एक सुविधाजनक माध्यम है।

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