
अब छात्र डिस्टेंस माध्यम से भी चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे। यह सुविधा नई शिक्षा नीति के तहत ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ODL) के माध्यम से दी जा रही है। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने 2025 से शुरू होने वाले सत्र के लिए इस कोर्स के संचालन के मानक तय किए हैं। इसके तहत, बीएड कोर्स की पढ़ाई अब छात्रों को ऑनलाइन और फेस-टू-फेस दोनों तरीकों से उपलब्ध होगी, जिससे अधिक से अधिक छात्र इस महत्वपूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स का लाभ उठा सकेंगे।
एनसीटीई ने इस पहल के अंतर्गत सभी विश्वविद्यालयों से इस विषय में फीडबैक मांगा है और डिस्टेंस शिक्षा शुरू करने के लिए कॉलेजों से व्यवस्था बनाने को कहा है। एनसीटीई की अधिसूचना के अनुसार, ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ODL) का कोर्स केवल उन कॉलेजों में शुरू किया जाएगा, जहां इसकी सुविधा उपलब्ध होगी। एनसीटीई ने इस कदम का उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को बीएड कोर्स से जोड़ने और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण प्रदान करने का रखा है।
इस नई योजना के तहत, छात्रों को विभिन्न अध्ययन विधियों के माध्यम से बीएड कोर्स की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। ऑनलाइन क्लासेज के साथ-साथ छात्रों को ऑफलाइन यानी फेस-टू-फेस भी पढ़ाई करने का विकल्प मिलेगा। यह शिक्षा नीति और शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य भविष्य में अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है।
मूल्यांकन और एकेडमिक कैलेंडर
एनसीटीई की नई अधिसूचना के तहत, हर सेमेस्टर में छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मूल्यांकन एनसीटीई द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर किया जाएगा। इसके साथ ही, एनसीटीई ने सभी बीएड कॉलेजों को एक प्रबंधन समिति बनाने के लिए कहा है, जो राज्य के निर्धारित नियमों के अनुसार काम करेगी। इस समिति का मुख्य कार्य बीएड कोर्स के संचालन की निगरानी करना और सुनिश्चित करना होगा कि सभी मानकों का पालन किया जा रहा है।
इसके अलावा, एनसीटीई ने बीएड कॉलेजों को एकेडमिक कैलेंडर जारी करने का निर्देश दिया है। यह एकेडमिक कैलेंडर एकेडमिक वर्ष की शुरुआत से एक महीने पहले सभी कॉलेजों को जारी करना होगा। इससे छात्रों को कोर्स के बारे में पहले से जानकारी मिलेगी और वे अपने अध्ययन की योजना सही तरीके से बना सकेंगे।
फीस और वेतन संबंधित दिशा-निर्देश
एनसीटीई ने बीएड कॉलेजों से यह भी कहा है कि वे केवल वही फीस लें, जो राज्य या केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित की गई हो। कॉलेजों को छात्रों से कोई अन्य अतिरिक्त फीस नहीं वसूलने की अनुमति होगी। यह निर्णय छात्रों के हित में लिया गया है, ताकि वे बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय दबाव के शिक्षा प्राप्त कर सकें।
इसके साथ ही, एनसीटीई ने बीएड कॉलेजों को अपने शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन का रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया है। वेतन का भुगतान केवल बैंक खाते में किया जाएगा और सभी भुगतान की जानकारी को एक सिस्टम के तहत रखा जाएगा। इसके अलावा, बीएड कॉलेजों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों की परफार्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट तैयार हो और इसे एनसीटीई को भेजा जाए।
नए सत्र से पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज
एनसीटीई ने यह भी आदेश दिया है कि नए सत्र से बीएड कॉलेजों के सभी शिक्षकों के पैन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज एनसीटीई को भेजे जाएं। यह कदम कॉलेजों में पारदर्शिता और सुचारु कार्य संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके साथ ही, कॉलेजों के भवनों से संबंधित सभी दस्तावेज जैसे फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट और जमीन के दस्तावेज भी एनसीटीई को जमा करने होंगे।
कॉलेजों के लिए सुविधाओं के मानक
एनसीटीई ने यह स्पष्ट किया है कि केवल वही कॉलेज ओपन डिस्टेंस लर्निंग कोर्स शुरू कर सकेंगे, जिनमें पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हों। कॉलेजों के पास पक्के भवन और छात्रों के लिए पर्याप्त कमरे होने चाहिए। इस तरह के मानकों के आधार पर, एनसीटीई यह सुनिश्चित करेगा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों।
इस नई पहल से शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है। डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से बीएड की पढ़ाई करने का यह अवसर छात्रों के लिए शिक्षा के द्वार खोलने जैसा होगा। इससे न केवल बीएड कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा, बल्कि शिक्षक प्रशिक्षण के स्तर में भी सुधार होगा।