जीवन परिचय

रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफ़र (Ravindra Singh Bhati)

राजस्थान के बाड़मेर जिले के दुधोड़ा गांव में जन्मे, शिक्षक पिता के बेटे, रविंद्र सिंह भाटी ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में स्वतंत्र छात्र संघ अध्यक्ष बनकर 57 वर्षों का इतिहास बदला। राजनीतिक दलों से बगावत कर, निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए, 26 वर्ष की उम्र में शिव विधानसभा सीट से विधायक बने। अब, लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े होकर, उन्होंने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है।

By Saloni uniyal
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रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफ़र (Ravindra Singh Bhati)
रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफ़र (Ravindra Singh Bhati)

रविंद्र सिंह भाटी, राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े विश्वविद्यालय जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष। इन्होंने वर्ष 2019 में छात्र संघ का चुनाव निर्दलीय लड़ा तथा इसमें यह 1294 वोटों से जीत गए थे। अकसर खबरों में ये आए दिन चर्चा में रहते हैं क्योंकि ये छात्रों की हितों के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई देते है तथा अच्छे कार्यों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहाँ हम आज रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफ़र (Ravindra Singh Bhati) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहें हैं, अतः जो भी इच्छुक नागरिक इनकी जीवनी की जानकारी जानना चाहते हैं वे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय

रविंद्र सिंह भाटी का जन्म राजपूत परिवार में राजस्थान के बाड़मेर के दुधोड़ा नामक गांव में हुआ था। रविंद्र के पिता का नाम शैतान सिंह भाटी जो कि पेशे से टीचर एवं माता का नाम अशोक कंवर है जो भी एक टीचर हैं। यह अपनी माता-पिता की एकलौती संतान हैं अर्थात इनका कोई भी भाई या बहन नहीं है। इनकी पत्नी का नाम धनिष्ठा कंवर है।

Ravindra Singh Bhati Biography Highlights

नाम रविंद्र सिंह भाटी
जन्म 3 सितम्बर 1990
जन्म स्थान दुधोड़ा, बाड़मेर (राजस्थान)
पेशा विधायक
शिक्षा BA-LLB
प्राथमिक शिक्षा मयूर नोबल अकेडमी सीनियर स्कूल बाड़मेर
कॉलेज जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर, राजस्थान
धर्म हिन्दू
मोबाइल नंबर 07742158035
लम्बाई 5.9 फ़ीट
आँखों का रंग काला
जाति राजपूत
बालों का रंग काला

शिक्षा (Education)

इनकी शिक्षा की बात करें तो इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर के आदर्श विद्या मंदिर हरसानी एवं नोबल्स मयूर अकादमी से प्राप्त की थी। इसके बाद इन्होंने लाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में प्रवेश जिसके तहत ये अपनी स्नातक की पढ़ाई को पूरा कर सकें। वर्ष 2015 में रविंद्र ने स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात राजस्थान में स्थित जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर से एलएलबी की पढ़ाई को पूर्ण किया। इस दौरान ही उनका मन राजनीति में लगने लगा था।

रविंद्र सिंह भाटी का परिवार (Family)

पिता शैतान सिंह भाटी
माता अशोक कंवर
भाई
बहन
पत्नी घनिष्ठा कंवर

राजनीतिक करियर की शुरुआत

राजनीतिक करियर की बात करें तो रविंद्र ने वर्ष 2019 में राजनीति में कदम रखा था उस वर्ष इन्होंने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव भारी वोटों से जीता था। इसके पश्चात ये वर्ष 2016 में राजनीति में पूर्ण रूप से कार्य करने लगे थे। जय नारायण विश्वविद्यालय में अध्यक्ष प्राप्त करने के बाद कुणाल सिंह इनके अच्छे दोस्त बन गए थे जो कि उस समय विश्वविद्यालय के अध्यक्ष थे। इनके साथ ही मिलकर छात्रों के हित के लिए कई धरने भी किए गए।

इसके बाद वर्ष 2019 में कुणाल सिंह ने कई मुख्य कार्यों के लिए अपना योगदान देना शुरू किया ताकि वे छात्रों की भलाई कर सके। वर्ष 2019 में छात्र संघ के अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया फिर से शरू की गई। रविंद्र इस अध्यक्ष पद के लिए फिर से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन उन्हें चुनाव लड़ने का टिकट नहीं दिया गया जो कि बहुत बुरा हुआ। लेकिन इसके पश्चात वे निर्दलीय चुनाव लड़ने लगे।

जैसे ही चुनाव का परिणाम आया तो पता चला कि रविंद्र भारी मतों के साथ इस पद को जीत चुके हैं। उन्होंने यह चुनाव निर्दलीय लड़ा है जो कि सबसे अधिक वोटों से जीत हासिल कर चुका है। और यह इतिहास का एक रिकॉर्ड कि कोई भी निर्दलीय उम्मीदवार इतने अधिक वोटों से अभी तक जीत हासिल नहीं कर पाया था। इस प्रकार रविंद्र सिंह भाटी का नाम पूरे भारत में लोकप्रिय हो गया। दुनिया में फैली कोरोना महामारी की वजह से छात्र संघ अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया आयोजित नहीं की गई और वर्ष 2022 तक रविंद्र ने ही इस पद का कार्यभार संभाले रखा।

छात्र संघ अध्यक्ष से विधायकी का सफर

राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट पर टिकट मिलने की आस में चुनाव से एक महीने पहले रविंद्र सिंह भाटी बीजेपी में शामिल हुए, उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें भाजपा से टिकट मिलेगा। हालांकि, टिकट RSS के करीबी स्वरूपसिंह खारा को दिया गया। इसके बाद भाटी ने बगावत की और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े। उनका मुकाबला कई प्रत्याशियों से था, लेकिन अंत में उन्होंने 3950 वोटों से जीत हासिल की और 26 साल की उम्र में विधायक बने। उनके पक्ष में जनता का व्यापक समर्थन देखा गया, जिसने उन्हें अपने चुनावी प्रचार में महिलाओं और बुजुर्गों का आशीर्वाद और समर्थन प्राप्त किया। रविंद्र सिंह भाटी की यह जीत राजस्थान की राजनीति में एक नया अध्याय साबित हुई।

कुल सम्पति

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविंद्र सिंह भाटी की नेट वर्थ 15 से 20 लाख रूपए बताई गई है।

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Contact Number 07742158035

रविंद्र सिंह भाटी का जीवन परिचय से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

रविंद्र सिंह भाटी का जन्म कब हुआ?

इनका जन्म दुधोड़ा, बाड़मेर (राजस्थान) में 3 सितम्बर 1990 को हुआ था।

Ravindra Singh Bhati का मोबाइल नंबर क्या है?

इनका मोबाइल नंबर 07742158035 ये है।

Ravindra Singh Bhati ने किस कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी?

Ravindra Singh Bhati ने जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर, राजस्थान से स्नातक की डिग्री हासिल की थी।

रविंद्र सिंह भाटी कौन हैं?

वर्तमान में रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर के शिव विधान सभा क्षेत्र के विधायक हैं।

Ravindra Singh Bhati के पिता का क्या नाम है?

इनके पिता का नाम शैतान सिंह भाटी है।

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