
जम्मू-कश्मीर सरकार ने घाटी और जम्मू संभाग के कुछ स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की अवधि को बढ़ाते हुए अब 7 मार्च को स्कूल खोलने का फैसला लिया है। खराब मौसम और आगामी दिनों में बारिश के पूर्वानुमान के कारण यह निर्णय लिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, पहले 1 मार्च को स्कूल खुलने थे, लेकिन अब यह अवकाश 6 मार्च तक बढ़ा दिया गया है।
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शीतकालीन अवकाश की अवधि और बदलाव
पिछले साल 6 दिसंबर को घाटी और जम्मू संभाग के शीतकालीन क्षेत्रों में पढ़ने वाले कक्षा पांचवीं तक के छात्रों के लिए 10 दिसंबर से 28 फरवरी तक शीतकालीन अवकाश की घोषणा की गई थी। वहीं, कक्षा 5 से 12 तक के छात्रों के लिए यह अवकाश 16 दिसंबर से 28 फरवरी तक निर्धारित किया गया था।
पहले योजना थी कि सभी स्कूल 1 मार्च को फिर से खुलेंगे, लेकिन वर्तमान मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने इस अवकाश को 6 मार्च तक बढ़ाने का फैसला किया। अब स्कूल 7 मार्च को पुनः खुलेंगे।
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खराब मौसम और पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों तक खराब मौसम बने रहने की संभावना है। विशेषकर 3 मार्च तक बारिश और हिमपात होने की संभावना है।
पिछली रात घाटी में हिमपात के कारण रेल, हवाई और सड़क संपर्क बाधित हुआ। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और चट्टानी पत्थर गिरने जैसी घटनाएं सामने आईं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
मैदानी इलाकों में बारिश जबकि ऊंचे क्षेत्रों में मध्यम से भारी हिमपात देखा गया। गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी हुई, जबकि श्रीनगर में हल्का हिमपात हुआ।
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शिक्षामंत्री सकीना इटू का आदेश
जम्मू-कश्मीर की शिक्षामंत्री सकीना इटू ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर यह आदेश साझा किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान और वर्तमान हालात को देखते हुए यह आवश्यक था कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, शिक्षकों और अन्य स्टाफ के लिए भी यात्रा में होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखा गया है।
हिमपात और पर्यटक स्थलों की स्थिति
गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों पर भारी हिमपात हुआ है, जिससे यहां पर्यटकों की संख्या में भी कमी देखी जा रही है। इन क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है और यातायात बाधित है।
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वहीं, श्रीनगर में हल्का हिमपात हुआ, लेकिन इसके बावजूद सड़क संपर्क प्रभावित रहा। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाएं हो रही हैं, जिससे यातायात को नियंत्रित किया जा रहा है।
भविष्य की संभावनाएं और प्रशासनिक तैयारी
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मौसम की स्थिति को देखते हुए आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है। बचाव दलों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है और पर्यटकों को उच्च क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।
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शिक्षा विभाग ने स्कूलों को 7 मार्च को पुनः खोलने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है, लेकिन यदि मौसम की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो पुनः अवकाश बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।